डीसी कॉमिक्स के सुपरहीरो ‘बैटमैन’ पर पहली फ़िल्म और टीवी धारावाहिक एक ही साथ 1966 में दुनिया के सामने आए. इसके बाद इस पर ढेरों फ़िल्में, एनिमेटेड सिरीज़ और धारावाहिक बनते रहे. यहीं हमने सुपरहीरो के सामने एक प्रभावशाली खलनायक को खड़ा देखा. यह था ‘जोकर’. लेकिन इस खलनायक को सही मायनों में सुपरविलेन की हैसियत मिली क्रिस्टोफ़र नोलन की फ़िल्म ‘द डार्क नाइट’ (2008) से. इस फ़िल्म में हीथ लेजर ने जोकर के किरदार में अविस्मरणीय भूमिका निभाई जो कई मायनों में बैटमैन पर भी भारी पड़ी थी. यह विडम्बना ही थी कि जब इस भूमिका के लिए हीथ लेजर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार घोषित हुआ तब तक वे इस दुनिया से जा चुके थे. लेकिन हीथ लेजर दर्शकों के मन में जोकर की एक ऐसी छवि छोड़ गए थे जिसे तोड़ पाना किसी भी अभिनेता के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था.
जब 2019 में वॉर्नर ब्रदर्स द्वारा निर्मित निर्देशक टॉड फ़िलिप्स (Todd Phillips) की फ़िल्म ‘जोकर’ (Joker) रिलीज़ हुई तो दर्शकों के मन में स्वाभाविक जिज्ञासा थी कि इस फ़िल्म में क्या होगा और सबसे ख़ास यह कि क्या जोकर की भूमिका को कोई भी ‘द डार्क नाइट’ के जोकर की तरह निभा पाएगा! लेकिन वॉकिन फ़ीनिक्स (Joaquin Phoenix) ने इस चुनौती को स्वीकार किया और इस फ़िल्म में अपने दमदार अभिनय से सबका दिल भी जीत लिया. वॉकिन फ़ीनिक्स एक प्रतिभाशाली अभिनेता हैं जिन्हें पहले भी उनके अभिनय के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं. 2005 में आई फ़िल्म ‘वॉक द लाइन’ के लिए वॉकिन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का गोल्डन ग्लोब अवार्ड मिला था. इसके अलावा उन्हें तीन बार ऑस्कर और इतनी ही बार बाफ्टा के लिए भी नामित किया जा चुका है. ‘‘जोकर’ फ़िल्म में जोकर यानि आर्थर फ़्लेक की भूमिका के लिए उन्होंने खासा वज़न घटाया, अभिनय तो जो किया वह किया ही.
फ़िल्म में आर्थर फ़्लेक एक स्टैंड अप कॉमेडियन बनना चाहता है लेकिन लोगों को हँसाने में नाकाम रहता है. वह अपनी माँ पेनी फ़्लेक के साथ रहता है. उसे एक मानसिक बीमारी है जिसकी वजह से तनाव में होने या परेशान होने पर वह अनियंत्रित रूप से हँसने लगता है. इस शख्स को कल्पना में जीने की आदत है. कई दृश्यों में दर्शक समझ नहीं पाता कि वे वास्तविकताएँ हैं या आर्थर की कल्पनाएँ. बाद में परिस्थितियाँ कुछ ऐसी बनती हैं कि यह सीधा-सादा इंसान एक हिंसक मनोरोगी में बदल जाता है. फ़िल्म में रॉबर्ट डी नीरो भी हैं जिन्होंने एक मशहूर और सफ़ल हास्य कलाकार और टीवी शो के मेज़बान की भूमिका की है.
बैटमैन की फ़िल्मों का जोकर एक रहस्यमयी किरदार था जिसका अतीत बहुत धुंधला है. उसके मनोरोगी किस्म के स्वभाव के कारण उसके अतीत के प्रति जिज्ञासा और भी बढ़ जाती है. ‘जोकर’ में कोई एक्शन सीन नहीं है. इस फ़िल्म में गॉथम है, अँधेरा है और एक मायूसी है. यहाँ जोकर की तमाम नकारात्मकता को संतुलित करने वाला सुपरहीरो बैटमैन नहीं है बल्कि खुद आर्थर फ़्लेक का अतीत ही इसके सामने खड़ा है. फ़िल्म में हिंसा है और दर्शकों को परेशान करने वाले कुछ दृश्य भी हैं. इसे लेकर विवाद भी हुआ. इसे परिस्थितियों से परेशान होकर हिंसा और अपराध का रास्ता अपना लेने को जायज़ ठहराने वाली फ़िल्म बताया गया. इन सब विवादों के बीच फ़िल्म को दर्शकों का ज़बरदस्त प्रतिसाद मिला. वेनिस फ़िल्म फ़ेस्टिवल में इस फ़िल्म के ख़त्म होने के बाद करीब आठ मिनट तक दर्शकों ने खड़े होकर तालियाँ बजाईं. इसे वहाँ ‘गोल्डन लायन’ पुरस्कार से भी नवाज़ा गया. वॉकिन फ़ीनिक्स को इसके लिए उस वर्ष के श्रेष्ठ अभिनेता का गोल्डन ग्लोब और ऑस्कर पुरस्कार भी मिला. बेस्ट ओरिजिनल स्कोर श्रेणी में भी फ़िल्म को इन दोनों समारोहों में पुरस्कार मिले. एक कॉमिक किरदार पर आधारित फ़िल्म होने के बावजूद यह बिल्कुल अलग जॉनर की फ़िल्म है. आर्थर फ़्लेक के इस किरदार की हँसी दर्शकों के ज़ेहन में हमेशा बनी रहेगी.